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Content cum Pedagogy of Hindi (III)

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Course Type Course Code No. Of Credits
Discipline Core SES101308 2

Course Coordinator and Team:      SES Faculty

Email of course coordinator:           pcbabed@aud.ac.in 

Pre-requisites:                                   No

  1. Course Description:

यह पाठ्यक्रम विद्यार्थी-शिक्षकों के बीच विशेष रूप से हिन्दी भाषा शिक्षण-अधिगम में अनुसंधान योग्यता विकसित करने के लिए बनाया गया है। इससे उनको प्रारंभिक चरण में भाषा सीखने में आने वाली सामान्य समस्याओं को समझने की विश्लेषणात्मक क्षमता विकसित करने में मदद मिलेगी। यह पाठ्यक्रम उन्हें किसी भाषा के शिक्षण-अधिगम नवाचारों के कार्यक्षेत्र को समझने और विभिन्न शैक्षणिक अभ्यासों को अपनाने में मदद करेगा। विद्यार्थी-शिक्षक जीवन में सीखने के महत्त्व को भी समझेंगे और सेमिनार, सम्मेलन, सार्वजनिक भाषण, रचनात्मक लेखन प्रतियोगिताओं, ओरीएन्टेशन कार्यक्रमों, स्वयं (SWAYAM) पाठ्यक्रम आदि में भागीदारी के माध्यम से इसके लिए प्रयास करेंगे।

  1. Course Objectives:
  • भाषा सीखने-सिखाने के लिए शोध एवं नवाचार का महत्त्व एवं कार्यक्षेत्र (scope) ढूंढकर कक्षा में उसका प्रयोग करना।
  • हिन्दी भाषा सीखने में ICT के महत्त्व को एवं ICT की आवश्यकता को समझना। 
  • सीखने की प्रक्रिया के मनोवैज्ञानिक, समाजशास्त्रीय एवं दार्शनिक परिप्रेक्ष्य को समझते हुए उसमें शिक्षक की भूमिका को समझना।
  1. Course Outcomes:
  • भाषा सीखने-सिखाने में अनुसंधान की आवश्यकता एवं उसके कार्य क्षेत्र के  बारे में बता सकेंगे।
  • भाषा शिक्षण-अधिगम में क्रियात्मक अनुसंधान की योजना बनाना एवं संचालित कर सकेंगे।
  • भाषा सीखने-सिखाने में नवाचारों के अर्थ, आवश्यकता एवं संभावनाओं का वर्णन कर सकेंगे।
  • भाषा के शिक्षण-अधिगम में नवीन गतिविधियों का विकास एवं उपयोग कर सकेंगे।
  • भाषा के शिक्षण-अधिगम में ICT को एकीकृत कर सकेंगे।
  • सिखाने के सूत्रधार के रूप में शिक्षक की भूमिका के बारे में समझ विकसित कर सकेंगे। 
  1. Brief description of the modules:

मॉडयूल 1: अनुसंधान एवं नवाचार

हिन्दी भाषा शिक्षण में विद्यार्थी-शिक्षकों के लिए अनुसंधान की अहम भूमिका है। इसके द्वारा ही वे अपने विद्यार्थियों के बीच भाषा के संचार के संबंध में विभिन्न दृष्टिकोणों, सिद्धांतों एवं उपागमों को समझ सकेंगे। विद्यार्थियों के बीच स्वतंत्र पठन एवं लेखन के अवलोकन एवं विश्लेषण से विद्यालय में उनको किस प्रकार की सहायता की आवश्यकता हो सकती है इसका बोध मिलता है। विद्यार्थी-शिक्षकों को कम से कम एक अनुसंधान-आधारित रणनीति विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जिसके अंतर्गत भूमिका निर्वहन जैसी नवाचारी पद्धति का प्रयोग होगा। भूमिका निर्वहन को बाल-साहित्य के इर्द-गिर्द डिजाइन किया जाएगा। 

मॉडयूल 2: ICT एकीकरण

 डिजिटल तकनीक के उदय के साथ, इन तकनीकों का भाषा सीखने में उपयोग के तरीकों का अन्वेषण करना अति आवश्यक है। शिक्षक विद्यार्थियों को कंप्यूटर-सहायित भाषा सीखने के उपकरणों के उपयोग करने को दे सकते हैं, हिन्दी भाषा सीखने के ऑनलाइन प्लाटफॉर्म्स का अन्वेषण कर सकते हैं जिससे वे समझ सकें कि कक्षा में व्याकरण, शब्दावली, सुनने एवं बोलने का अभ्यास को पढ़ाने के लिए इनरैक्टिव पाठ, अभ्यास एवं प्रश्नों का उपयोग कैसे किया जा सकता है। हालाँकि यह ध्यान रखना महत्त्वपूर्ण है कि विद्यार्थियों को सुझाई गई तकनीकों तक पहुँच की आवश्यकता है, उपलब्ध सामग्री की गुणवत्ता की सावधानीपूर्वक जाँच की जानी चाहिए और सुरक्षा एवं गोपनीयता के मुद्दों के लिए जागरूकता बढ़ानी चाहिए।

मॉडयूल 3: सीखने के बारे में सीखना

यह मॉडयूल उन तरीकों पर ध्यान केंद्रित करेगा जिनके द्वारा एक शिक्षक अपने स्वयं के अनुभवों के साथ कक्षा में भाषा शिक्षण को संचालित करता है। शिक्षकों की स्वयं की भाषा एवं साक्षरता के इतिहास का प्रलेखन, विद्यार्थी-शिक्षकों को इस प्रक्रिया में अपनी भागीदारी शुरू करने में सक्षम बनाता है और पढ़ने को बढ़ावा देने वाली प्रक्रियाओं और संदर्भों पर भी विचार करता है। विद्यार्थी-शिक्षक उन सभी प्रक्रियाओं को लिखेंगे जो सक्रिय जुड़ाव के अवसर पैदा करती हैं, आलोचनात्मक चिंतन को प्रोत्साहित करती हैं एवं सभी विद्यार्थियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सीखने के अनुभवों को बढ़ावा देती हैं। मॉडयूल उन तरीकों पर भी ध्यान केंद्रित करेगा जिनके द्वारा भाषा शिक्षक बेहतर रणनीति विकसित करने और समावेशिता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए चिंतन एवं वृत्तिक विकास में संलग्न हो सकते हैं। वे अपनी शिक्षण रणनीतियों का आलोचनात्मक मूल्यांकन करेंगे, विद्यार्थियों के सीखने का विश्लेषण करेंगे और सहायक रणनीतियाँ प्रदान करने के तरीके खोजेंगे। 

Assessment Plan

S.No

Assessment

Weightage

1

Assignment

20%

2

Presentation

30%

3

Term-End

50%

Readings:

Essential readings with page numbers:

  • Kahani aur Padhne likhne ke avsar (18.37mnts.)http:// www.ncert.nic.in/html/primary.html • Kavita aur Padhen likhne ke avsar (8.44 mnts) http://www. ncert.nic.in/html/primary.html
  • Process Documentation on Selection of Literature for Children http://www.ncert.nic.in/departments/nie/dee/activities/ pdf/ProcessDocument.pdf
  • Budhiya ki Roti (E- pathshala) http://epathshala.nic.in/epathshala-4/e-resources-2/?dispage=0?&dispage=1?&disp age=2
  • प्राथमिक शिक्षक published by NCERT. Also available at: www. ncert.nic.in
  • अग्रवाल, जे.सी; शैक्षिक तकनीकी, सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी; श्री विनोद पुस्तक मंदिर, आगरा, 2020
  • श्रीवास्तव, स्मिता; कम्प्यूटर एवं संचार तकनीकी; अग्रवाल पब्लिकेशन्स, आगरा, 2017
  • सिंह, रजनीश कुमार; शिक्षा में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी; राखी प्रकाशन,आगरा 2012
  • पाठक, आर. पी; आधुनिक भारतीय शिक्षा, समस्याएं एवं समाधान; कनिष्क पब्लिशर्स, नई दिल्ली, 2010.
  • यादव, वीरेंद्र सिंह; भारतीय शिक्षा का बदलता परिदृश्य: चुनौतियाँ एवं समाधान की दिशाएँ; ओमेगा पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली, 2013.
  • सिंह, वीरेंद्र; स्कूली ज्ञान के उत्पादन के विभिन्न क्षेत्रों में सैद्धांतिक और संदेशपरक अंतर्विरोध का अध्ययन; परिप्रेक्ष्य; वर्ष 24, अंक 1, अप्रैल 2017 Retrieve from  https://www.academia.edu/116379851/Knowledge_Production_in_Schools_Contradictions_in_Principle_and_Practice
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